भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के बैनर तले कलेक्टर कार्यालय का हुआ घेराव
कोरिया। कोरिया जिले में करीब 15-20 वर्षो से प्रकासन के माध्यम से जनहित कार्यों वा भ्रष्टाचार को उजागर करने वाले देश के माने जाने वाले चौथे स्तम्भ पत्रकार को आए दिन किसी न किसी झूठंे मामले में हमेशा फंसाने की कोशिश किया जाता। एक ऐसा ही मामला कोरिया जिले के पत्रकार अजीत पाटकर को प्रशासन के द्वारा निर्देशित करके रात्रि के करीब 10.00 बजे बैकुंठपुर बस स्टैंड से शराब का हवाला देकर थाने में बैठा लिया गया। आबकारी एक्ट 36 (च) 1 तथा धारा 151 के तहत झूठी कार्रवाई कर जेल भेज दिया गया। मामले के अनुसार पत्रकार अजीत पाटकर के घर पुलिस के द्वारा सूचित नहीं किया गया तथा मनमानी तरीके से अंदर कर दिया गया है चुकी एफआईआर के अनुसार लिखित शिकायत किया गया है अमित पाटकर के नाम पर परंतु जेल अजीत पाटकर को भेजा गया।
एसडीएम कार्यालय के बाबू मानसाय ने जमानतनामा लेने की मनाही
हम आपको बता दें कि इस पूरे मामले में जब एसडीएम कार्यालय में जमानत नामा प्रस्तुत किया गया तो एसडीएम कार्यालय के बाबू के द्वारा साफ इंकार कर दिया गया की एसडीएम अंकित शोम जब तक हमें निर्देशित नहीं करती हैं तब तक हम जमानत नामा नहीं लेंगे। झूठी शिकायत को लेकर भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ के जिला अध्यक्ष व प्रदेश अध्यक्ष के द्वारा प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर साफ बोल दिया गया है कि अगर अजीत पाटकर को जमानत नहीं दिया गया तो 6 फरवरी 2024 को पत्रकार चक्का जाम व धरना प्रदर्शन के लिए बाध्य होगें। प्रशासन से गलती हुई है प्रशासन के द्वारा दिशा निर्देश देकर उन्हें बंद करवाया गया है यह जिला प्रशासन कोरिया की सोची समझी साजिश है कि शुक्रवार को जमानत नहीं दिया गया शनिवार छुट्टी रविवार छुट्टी अब आगे जमानत होगा तो सोमवार को ही होगा इस प्रकार से जिला प्रशासन के आला अधिकारी पत्रकारों को आश्वासन दिए कि सोमवार को जमानत दे दिया जाएगा। इस दौरान पीड़ित परिवार के बुजुर्ग माता-पिता के साथ सरगुजा संभाग के समस्त पत्रकार शामिल थे जिसमें मुख्य रूप से प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश सचिव, संभागीय अध्यक्ष, जिला अध्यक्ष अंबिकापुर, सूरजपुर, कोरिया एवं एमसीबी जिला के जिला अध्यक्ष सहित सभी पत्रकार साथी मौजूद रहे।