कोरबा| छतीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री स्व.अजित जोगी की बहू व जनता कांग्रेस छतीसगढ़ के सुप्रीमो अमित जोगी की पत्नी ऋचा जोगी अकलतरा और कटघोरा विधानसभा सीट से एक साथ चुनाव लड़ सकती हैं। पार्टी ने अकलतरा के लिए ऋचा जोगी को प्रत्याशी घोषित कर दिया हैं. सूत्रों के अनुसार नई रणनीति के तहत जोगी कांग्रेस ऋचा को कटघोरा विधानसभा सीट से भी चुनाव लड़वा सकती हैं।
ऋचा पार्टी की पापुलर लीडर हैं इसलिए उन्हें दो सीट में एक साथ चुनाव लड़ने में कोई समस्या भी नहीं हैं। बता दे कि कटघोरा सीट से जोगी कांग्रेस के सुप्रीमो अमित जोगी के चुनाव लड़ने की पूरी संभावना थी और उनका नाम भी काफी चर्चे में थे,दरअसल इस सीट पर जोगी कांग्रेस ने जो सर्वे कराया था उसके अनुसार यह सीट थोड़े से मेहनत में आसानी से जीती जा सकती हैं बशर्ते यहां से जोगी परिवार का कोई सदस्य चुनाव लड़े।जोगी परिवार के तीन सदस्यों में दो का ही चुनाव लड़ना तय किया गया. क्योंकि पार्टी की जिम्मेदारी और पार्टी प्रत्याशियों के चुनाव प्रचार के लिए जोगी परिवार को ही जाना पड़ता.जनता कांग्रेस की बडी लीडर डॉ रेणु जोगी कोटा विधानसभा और ऋचा जोगी अकलतरा विधानसभा से चुनाव लड़ रही हैं. इस वजह से अमित जोगी को कटघोरा से अपने कदम पीछे खिंचने पड़े।अब नई जानकारी के अनुसार अकलतरा के अलावा कटघोरा सीट से भी चुनाव लड़ सकती हैं।बता दे कि 2018 के चुनाव में कटघोरा से जोगी कांग्रेस को करीब 30 वोट मिले थे। ऋचा जोगी यहां से चुनाव लड़ती हैं तो निश्चित ही यहां मुकाबला 2018 की तरफ त्रिकोणी हो जायेगा.चुनाव परिणाम में उलट फेर होने की संभावना से भी इनकार नहीं किया जा सकता। पता चला हैं कि जोगी कांग्रेस के जिला स्तर के पदाधिकारि व कार्यकर्ता एक माह पूर्व चुनाव संबंधित तैयारी व कार्यकर्ताओं की टीम तैयार करने में जुटे हुए थे और यह तैयारी अमित जोगी के कटघोरा से चुनाव लड़ने के हिसाब से की जा रही थी। किन्तु ऐनवक्त पर जोगी कांग्रेस को अपना निर्णय बदलना पड़ा।
सूत्रों की बात पर यकीन करें तो ऋचा जोगी का कटघोरा सीट से भी चुनाव लड़ना लगभग तय माना जा रहा हैं। बता दे कि कांग्रेस व भाजपा के असंतुष्ट नेता भी जोगी कांग्रेस से सम्पर्क बनाये हुए हैं,ऋचा यहां से चुनाव लड़ती हैं तो कांग्रेस और भाजपा में भीतरघात जमकर होगा जिसका फायदा जोगी कांग्रेस को होगा। बता दे कि कांग्रेस नेता अजय जायसवाल का नाम भी जोगी कांग्रेस से चुनाव लड़ने के लिए चर्चा में था. जोगी कांग्रेस निश्चित ही अजय के नाम पर विचार कर सकती थी. यदि अजय कांग्रेस छोड़ कर जोगी कांग्रेस में शामिल हो जाते।