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कटघोरा ब्लॉक अंतर्गत घरीपखना के रोजगार सहायक के खिलाफ ग्रामीण हुए लामबंद, ग्रामीणों का आरोप है कि अपने रिश्तेदारो का नाम बिना कार्य किए निकाली राशि

कोरबा। रोजगार गांरटी के तहत किए जाने वाले कार्यो में ग्राम रोजगार सहायक द्वारा अपने परिवार के सदस्यों को बिना काम में उपस्थित हुए उस कार्य का पुरा मजदुरी भुगतान किया जाता है। उक्त वाक्या छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के कटघोरा ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत घरीपखना का है। जहां के ग्रामीण लामबंद हो सरपंच व रोजगार सहायक खिलाफ मोर्चा खोल दिये है। जहां ग्रामीणों ने एक शिकायत पत्र कोरबा कलेक्टर को रोजगार सहायक प्रयाग सिंह कंवर के खिलाफ उच्चस्तरीय जांच कर तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग की है। कलेक्टर को दिए शिकायत पत्र में करीब 106 ग्रामीणों ने सामुहिक हस्ताक्षर कर रोजगार सहायक प्रयाग सिंह कंवर के विरोध में खड़े है। वहीं दुसरी ओर गोंडवाना पार्टी ने भी प्रशासन से उच्चस्तरीय जॉच करने की मांग करते हुए कहा कि अगर ग्राम पंचायत घरीपखना के रोजगार सहायक प्रयाग सिंह कंवर के विरूद्व कार्रवाई नहीं होगी तो गोंडवाना पार्टी करेगी चक्काजाम जिसकी संपूर्ण जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।

घरीपखना के समस्त ग्रामवासियों ने ग्राम पंचायत घरीपखना के रोजगार सहायक द्वारा की जा रही धांधली के संबंध में कलेक्टर को दिए पत्र में उल्लेख किये है कि रोजगार गारंटी के तहत किये जाने वाले कार्यों में ग्राम रोजगार सहायक द्वारा अपने परिवार के सदस्यों को बिना काम में उपस्थित हुए उस कार्य का पुरा मजदुरी भुगतान किया जाता है जबकि ये व्यक्ति पेंशनधारी है तथा कार्य करने में सक्षम नही है ग्रह कार्य विगत 6-7 वर्षों से चला आ रहा है। वहीं दुसरी ओर कुप निर्माण और तालाब निर्माण आदि की कार्यों में गांव के सदस्यों द्वारा किये गये कार्य का भुगतान आज तक नही हुआ है। एैसे प्रभावित व्यक्तियों की संख्या 10-15 है तथा रोजगार सहायक के ऐसे गलत कार्यों को आक्षेप किये जाने पर रोजगार सहायक द्वारा उन्हें शासन के अन्य कार्यों से अलग कर दिया जाता है उनको उस कार्य में नही लगाया जाता है। ग्रामीणों ने यह भी आरोप लगाए है कि यह कि प्रधानमंत्री आवास का निर्माण मजदूरी राशि मनरेगा के द्वारा दिया जाना रहता है किन्तु रोजगार सहायक द्वारा किसी भी हितग्राही को इसका भुगतान नही किया जाता है। ग्राम पंचायत घरीपखना में रोजगार सहायक का पद महिला के लिये आरक्षित होने के बाद भी पुरूष कार्य में लगाया गया है और इसका व्यवहार आम आदमी के साथ अच्छा नही है।

ग्रामीणों ने बताया कि रोजगार सहायक के माध्यम से ग्राम पंचायत में की जाने वाली सभी सेवाओं के लिये रोजगार सहायक द्वारा पैसे की मांग की जाती है जो व्यक्ति पैसा देता है उसका कार्य करता है और जो व्यक्ति पैसा नही देता है उसका कार्य नही करता है। पंचायत के लोगो ने लामबंद होते हुए एक स्वर में कहा कि रोजगार सहायक द्वारा की जा रही अनियमितता की जांच कर उचित कार्रवाई करते हुए उसे तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाएं ताकि जांच की कार्रवाई सुचारू रूप से हो सके तथा ग्राम पंचायत घरीपखना के कार्यों पर हो रही धांधली पर अंकुश लगाया जा सकें।

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