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पत्नि की मौत के जिम्मेदार पति ने चर्चित कलिंगा कंपनी के दो कर्मचारियों को दोषी ठहराते हुए पुलिस कप्तान से लगाई न्याय की गुहार

कोरबा। कोरबा जिलांगर्त एसईसीसीएल मानिकपुर में संचालित चर्चित नीजि ठेका कंपनी कलिंगा में पदस्थ खुलेंआम पैसे देकर नौकरी लगाने का कार्य जारी था जिसकी विडियों कई बार सोशल मीडिया में भी वायरल हुआ लेकिन इसके बाद ना तो कॉलरी प्रबंधन इस ओर ध्यान दिया ना ही चर्चित नीजि ठेका कंपनी कलिंगा ने कोई कठोर कदम उठाया। जिसका नतीजा उसी कंपनी में कार्यरत् एक वाहन चालक की पत्नि ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। मृतिका पति को नौकरी में ना रखने की मिन्नतें बार-बार चर्चित कलिंगा कंपनी के चौखट में कर रही थी, लेकिन इसके बावजूद मृतिका के पति को काम में नहीं लिया गया।

मृतिका के पति ने रूमेल सिंह ने कोरबा जिला पुलिस कप्तान को लिखित शिकायत दर्ज कराते हुए बताया कि आलोक कुमार पाण्डा एवं प्रशांत कुमार देवरी अधिकारीगण कलिंगा कंपनी मानिकपुर के यातना एवं प्रताड़ना से तंग आकर मेरी पत्नी जिंदी सिंह के आत्महत्या कर चुकी है। पीड़ित व मृतिका का पति रूमेल सिंह ने बताया कि मै अमरैय्यापारा बाईपास रोड पुलिस चौकी मानिकपुर का रहने वाला हूं। मैं पूर्व में मानिकपुर कोल फील्ड के अंतर्गत नारायणी कंपनी में वाहन चालक का कार्य करते आ रहा था, इसी दौरान नारायणी कंपनी अपना कार्य समाप्त कर एस.ई.सी.एल. मानिकपुर खदान से चली गई पुनः नई ठेका पद्धति पर कलिंगा कंपनी ने एसईसीएल प्रबंध तंत्र से अनुबंध कर एसईसीएल मानिकपुर परियोजना में अपना कार्यभार लिया। कार्यभार लेने के पश्चात आलोक कुमार पाण्डा एवं प्रशांत कुमार देवरी के द्वारा पैसा लेकर नौकरी में लोगों को लिया जाने लगा।

जबकि मैं पूर्व से ही मानिकपुर कोल माइंस में वाहन चालक के पद में कार्यरत रहा हूं। जिस वजह से मुझे प्राथमिकता के आधार पर वाहन चालक के पद पर लिया जाना था। मेरे अनेकों निवेदन के बाद भी शुरू में मुझे रोजगार का आश्वासन देकर उक्त दोनों अधिकारियों के द्वारा घुमाया जाता रहा तथा उसके बाद उक्त दोनों अधिकारियों के द्वारा मुझसे नौकरी लगाने के नाम पर 40,000 रुपए की मांग किया गया तथा कहा गया कि उक्त रकम देने पर मुझे नौकरी मिलेगा। जिस संबंध में उक्त दोनों अधिकारियों के द्वारा मुझे लिखित में भी आश्वासन दिया गया है। जिस पर विश्वास करके मेरे द्वारा विवश होकर मेरे द्वारा अपने बैंक से 20,000 रुपए निकालकर एवं मेरी पत्नी द्वारा अपने परिचितों से 20,000 रुपए उधार लेकर मुझे दिया गया तब मैं उक्त 40,000 रुपए नगद को लेकर उक्त दोनों अधिकारियों को दिया किंतु इसके उपरांत भी मुझे रोजगार नहीं दिया गया।

मेरी पत्नी श्रीमती जिंदी सिंह के द्वारा हमारी पारिवारिक स्थिति खराब होने की वजह से मेरे साथ जाकर कई बार उक्त दोनों अधिकारियों से निवेदन किए जाने पर उक्त दोनों अधिकारियों के द्वारा मेरी पत्नी को बुरी तरह से प्रताड़ित एवं अपमानित किया गया तथा मुझे नौकरी देने से इंकार कर दिया गया। जिससे क्षुब्ध एवं परेशान होकर मेरी पत्नी जिंदी सिंह के द्वारा 6 जुलाई 2023 को उक्त दोनों अधिकारियों की प्रताड़नाओं की वजह से दुखित होकर आत्महत्या करने के लिए कलिंगा कंपनी के ऑफिस की ओर गई हुई थी किंतु रास्ते में ही मानिकपुर कोल माइंस में ही फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया गया जिसके लिए उक्त दोनों अधिकारीगण पूर्णतः जिम्मेदार हैं।

यहीं नहीं मेरी पत्नी का शव 6 जुलाई 2023 से 9 जुलाई 2023 तक घटनास्थल पर ही पड़ा रहा, क्योंकि काफी खोजबीन के बाद वह हम लोग को नहीं मिल रही थी। जिसके पश्चात 9 जुलाई 2023 को सूचना मिलने पर पुलिस के द्वारा मेरी पत्नी का पोस्टमार्टम 10 जुलाई 2023 को कराया गया। रूमेल सिंह ने पुलिस अधिक्षक से मांग की है कि आलोक कुमार पाण्डा एवं प्रशांत कुमार देवरी अधिकारीगण कलिंगा कंपनी मानिकपुर के यातना एवं प्रताड़ना से तंग आकर मेरी पत्नी जिंदी सिंह के आत्महत्या किए जाने के संबंध में अपराध पंजीबद्ध किया जाकर उन्हें दण्डित किया जाएं।

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