एसईसीएल के आलावा बिलासपुर व रायपुर के डॉक्टरों ने हिम्मत नहीं जुटाई ऑपरेशन करने की
कोरबा। जहां एक ओर परीजन उम्र दराज को लेकर काफी चिंतित थे कि आपरेशन सफल हो सकता है कि नहीं ? हार्निया से पीडित 88 वर्षीय वृद्व बोधन सिंह जिले के सीमावर्ती क्षेत्र कोरबी निवासी जिसे परिजन एसईसीएल चिकित्सालय के आलावा बिलासपुर व रायपुर तक आपरेशन कराने के लिए गये, मगर डॉक्टरों ने उम्र का हवाला देते हुए आपरेशन नहीं कराने की सलाह दी। परिजनों ने 88 वर्षीय वृद्व के पेट में दर्द बढ़ते देख कोरबा जिले के रजगामार रोड़ स्थित ओज़ोन न्यूरो सेंटर में संपर्क किए। हालांकि ओज़ोन न्यूरो सेंटर के सर्जन डॉ0 गोविंद यादव के लिए यह आपरेशन चुनौति भरी थी।
ओज़ोन न्यूरो सेंटर के डायरेक्टर व एनेस्थीसिया डॉ0 वन्या शुक्ला से उच्च स्तरीय बैठक कर इस चुनौति को स्वीकार करते हुए 88 वर्षीय वृद्व बोधन सिंह का सफल आपरेशन किया गया। एक सप्ताह पूर्व बोधन सिंह को अस्पताल से डिस्चार्ज भी कर दिया गया है, वर्तमान समय पर 88 वर्षीय बोधन सिंह अपने घर पर स्वास्थ लाभ ले रहे है तो वहीं दुसरी तरफ जहां परिजनों ने पूरी आस छोड़ चुके अब काफी खुश तो है ही और ओज़ोन न्यूरो सेंटर की व्यवस्था तथा डॉक्टरों के आलावा पूरे स्टाफ की अच्छी कार्यकुशलता की तारीफ भी किए।
क्या कहते एक्सपर्ट
ओजो़न न्यूरो सेंटर की डायरेक्टर व एनेस्थीसिया डॉ0 वन्या शुक्ला व सर्जन डॉ0 गोविंद यादव ने बताएं की 88 वर्षीय बोधन सिंह एएसए ग्रेड आईव्ही रोग से ग्रसित थे, जिसमें स्क्लेरोटिक माइट्रल और महाधमनी वाल्व के साथ इजेक्शन अंश 40 प्रतिशत दी गई, दाएं तरफ हर्नियोराफी और हर्नियोप्लास्टी सफलतापूर्वक लैंडमार्क निर्देशित इलियोइंगुइनल, इलियोहाइपोगैस्ट्रिक और जेनिटोफेमोरल तंत्रिका ब्लॉक की पद्वति से की गई।
