रिपोर्ट/ अंजन मुखर्जी
चिरमिरी/एमसीबी। चिरमिरी छोटा बाजार में इन दिनो गंदा पानी पीने को लोग मजुबर है। वहीं दुसरी तरफ चिरमिरी नगर निगम में बैठे संबंधित अधिकारी चुप्पी साधे अपनी कुर्सी में बैठे है।
आपको बता दे कि चिरमिरी छोटा बाजार क्षेत्र में पीने की पानी सप्लाई करने के लिए बनाए गए पानी टंकी से साईं चौक तक की पाइप लाइन की आखिरी छोर की दूरी करीब डेढ़ किलोमीटर है। पानी जब चालू की जाती है तो करीब 12 से 15 मिनट के बाद आखिरी नल में पानी की निकासी प्रारंभ होती है, आपको बता दे कि इस पाईप लाईन के बीचों बीच पांच सात लोगों के द्वारा नगर निगम की मैन पाइप लाइन में छोटे-बडे टूल्लू पम्प लगाकर पानी की अवैध निकासी कर लिया जाता है, जिससें की आखिरी छोर के घरों तक कभी-कभी पानी पहुंचता ही नहीं। पम्प लगाने की वजह से टुल्लू पंप लगाने वाले रास्ते व नालों के किनारे अपना सप्लाई पाइप का मुंह को खुला छोड़ दे रहे है, जिससें की रास्ते की दूषित जल व नालों की गंदा पानी निगम पाइप लाइन में भर जा रहा है, और यही पानी सप्लाई करते समय पीने की पानी में एकत्रित होकर लोगो के घरों में पहुंच रहा है। जिससें की साफ पानी भी दूषित हो रहा है और लोग इस बात से अनभिज्ञ भी है। अगर समय रहते निगम इस ओर ध्यान नहीं दिया तो गंभीर बिमारियों से चिरमिरी के जनताओं को गंजरना पड़ सकता है।
ज्ञात हो कि गत वर्ष पूर्व से लोगो ने संयुक्त हस्ताक्षरयुक्त आवेदन पत्र नगर निगम कार्यालय में प्रस्तुत कर चुके लेकिन इसके बाद भी किसी भी तरह की कार्रवाई निगम अधिकारियों के द्वारा ना करने के कारण आज छोटा बाजार क्षेत्र के करीब हर घर में बिमारी फैला हुआ है। आपको यह भी बता दे कि पानी में क्लोरीन डालना तो दुर कोई भी अधिकारी आखिरी छोर की पानी पीने योग्य है भी या नहीं यह देखने तक नहीं पहुंच रहे हैं। उल्लेखनीय है कि पीने की पानी का कोई दूसरा स्रोत इस क्षेत्र में नहीं होने के कारण छोटा बाजार क्षेत्र की जनता गन्दी पानी पीने के लिए मजबूर हैं।