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भाजपा का दामन थामने वाले 11 कांग्रेसी नेताओं को पूर्व प्रभारी कुमारी शैलेजा ने भेजा मानहानि का नोटिस, शैलेजा पर लगाए थे गंभीर आरोप

आशीष तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर। देश में होने जा रहे लोकसभा चुनाव के बीच ही एक बडी खबर सामने आ रही है जहां छत्तीसगढ कांग्रेस की पूर्व प्रभारी कुमारी सैलजा ने छत्तीसगढ के 11 पूर्व कांग्रेसी नेता जो अब भाजपा का दामन थाम चुके हैं उन्हें मानहानि का नोटिस भेजा है और 2 दिन में माफी मांगे अन्यथा कानूनी कार्रवाई करने की बात कही है। छत्तीसगढ से ये पूर्व कांग्रेसी नेता जो अब भाजपा का दामन थाम चुके हैं उन्हें हरियाणा के सिरसा में भाजपा प्रत्याशी अशोक तंवर के पक्ष में प्रचार करने का जिम्मा सौंपा गया है।
          यह मामला पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण को लेकर पूर्व प्रभारी सैलजा पर पैसे लेकर टिकट वितरण किए जाने को लेकर है। इसी मामले पर अब पूर्व प्रभारी सैलजा ने इन 11 नेताओं को मानहानि का नोटिस जारी कर 2 दिनों में माफी मांगने या फिर कानूनी कार्रवाई किए जाने की चेतावनी दी है। छत्तीसगढ के पूर्व किसान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष तथा प्रभारी संगठन महामंत्री चंद्रशेखर शुक्ला ने कहा कि कुमारी सैलजा अपनी हार देखकर बौखलाहट में नोटिस भेज रही हैं जिससे हम डरने वाले नही है और इसका प्रतिउत्तर भी कायदे कानून के साथ दिया जायेगा।

इनका यह भी कहना है कि हमने जो भी कहा है वो तथ्यों के आधार पर कहा है। वहीं असंगठित कामगार एवम कर्मचारी कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आलोक पांडेय ने कहा कि सिरसा हरियाणा से जो कांग्रेस प्रत्याशी जो पहले छत्तीसगढ कांग्रेस की प्रभारी थीं उनके द्वारा मुझे एक लीगल नोटिस प्राप्त हुई है। इस लीगल नोटिस में कहा गया है कि उनके द्वारा जो शैलजा पर आरोप लगाए गए हैं उनका तथ्य वो प्रेषित करें वरना वो मुझ पर कार्रवाई करेंगी। आलोक पांडेय ने कहा कि मैंने सारे तथ्य रखे हुए हैं, और क्योंकि वो अपनी हार से घबराई हुई हैं और उनके द्वारा कार्यकर्ताओं का अपमान भी किया गया है। उनके द्वारा कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी की गईं है और जो कांग्रेस के खोखले वादे थे वही हम जनता के सामने लाए हैं। मैंने सर्वश्रेष्ठ मेंबरशिप की थी और मेरा अधिकार था की वो मुझे टिकट देती वो मुझे प्रदेश कांग्रेस कमेटी में डेलीगेट बनाती लेकिन मुझे छोडकर उन्होंने पैसे लेकर पैसे वाले लोगों को जो की ना मेंबरशिप की ना ही किसी प्रकार के एक्टिविटी में रहे, ऐसे लोगों को टिकट दिया गया और लगातार 22 विधायकों का टिकट काटा गया, फर्जी सर्वे कराया गया। आलोक पांडेय ने यह भी कहा की ये जो आरोप हमने लगाए हैं वो बिल्कुल सत्य है और इसका सबूत भी हम देंगे और लगातार जन जन तक उनकी बातों को हम पहुंचाएंगे।
                   जिन 11 पूर्व कांग्रेसी नेताओं को ये नोटिस जारी किया गया है उनमें शिशुपाल शौरी, चंद्रशेखर शुक्ला, आलोक पांडेय, प्रमोद शर्मा, अनिता रावटे, वानी राव, चौलेश्वर चंद्राकर, तुलसी साहू, अजय बंसल, अरूण सिंह, उषा पटेल का नाम शामिल है। ये सभी नेता हरियाणा के सिरसा में भाजपा प्रत्याशी अशोक तंवर के लिए प्रचार करने गए हुए हैं। छत्तीसगढ में कांग्रेस पार्टी के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं का अपमान और अनदेखी किया जाना ही विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का सुपडा साफ होने का सबसे बडा कारण यह भी है और कांग्रेस शासनकाल में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके करीबी नेताओं, नाते रिश्तेदारों के घोटालों पर घोटालों जिनमें खुद पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश का नाम भी उजागर हो चुका है और खुद अब तब में जेल जाने ही वाले हैं और कुछ चुनिंदा लोगों को ही पार्टी में तवज्जो देना, पार्टी के श्रेष्ठ कार्यकर्ताओं का अपमानित किया जाना ही इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पर भारी पड चुका है। वहीं अब कांग्रेस के श्रेष्ठ कार्यकर्ता और दिग्गज नेता भी पार्टी में अपमानित होने के चलते बीजेपी का दामन थाम चुके हैं। अब देखना यह होगा कि पूर्व प्रभारी कुमारी शैलजा ने इन्हे 2 दिन का समय माफी मांगने के लिए दिया है अन्यथा कानूनी कार्यवाही किए जाने की बात कही है, जबकि बीजेपी नेता चंद्रशेखर शुक्ला तथा आलोक पांडेय का साफ कहना है की उन्होंने पूरे तथ्य और सबूतों के आधार पर यह बात कही है और हम डरने वाले नही हैं।

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