सूरजपुर। छत्तीसगढ़ में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी सरगर्मी तेज हो गई है, पहले चरण के चुनाव के लिए जहां बीजेपी-कांग्रेस के कई स्टार प्रचारक ताकत झोंक रहे हैं वही सरगुजा क्षेत्र में 17 नवंबर को होने वाले दूसरे चरण के मतदान के लिए भी भाजपा-कांग्रेस पूरी ताकत झोंकने में लग गए हैं। आगामी सात नवंबर को सूरजपुर जिला के दतिमा मोड़ के जंबूरी मैदान में होने वाली प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा को लेकर सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर सहित राजनीतिक जानकारों के बीच कई तरह की चर्चा और कयास लगाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सरगुजा संभाग मुख्यालय अंबिकापुर में सभा ना होकर सरगुजा जिला से ही लगे सूरजपुर जिला के दतिमा मोड़ में सभा होने की चर्चा बुद्धिजीवी वर्गों के बीच काफी हो रही है, और इसके बड़े मायने निकाले जा रहे हैं। बुद्धिजीवी वर्ग व राजनीतिक जानकारों का कहना है कि भाजपा संगठन कई तरह अपने आप को सुरक्षित करने और कई सीटों पर अपना प्रभाव डालने की कोशिश में है। यही कारण है कि भाजपा का शीर्ष नेतृत्व संभाग मुख्यालय अंबिकापुर छोड़ प्रधानमंत्री की सभा सूरजपुर जिले के दतिमा मोड़ में करा रही है। इस सभा को लेकर आगामी वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर भी जोड़कर देखा जा रहा है और कई अटकलें और कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा आलाकमान लोकसभा चुनाव में किसी तरह की कोई कमी या कसर नहीं छोड़ना चाहती इसीलिए सभा यहां हो रही है।
