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UDYAM-CG-10-0006700

एनटीपीसी ने हरित ईंधन और हरित उर्वरक के लिए ईआईएल के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया

कोरबा। एनटीपीसी ने इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (ईआईएल) के साथ एक एमओए पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसमें नेत्रा (एनटीपीसी लिमिटेड का अनुसंधान एवं विकास केंद्र) कार्बन कैप्चर यूटिलाइजेशन एंड स्टोरेज (सीसीयूएस), ग्रीन फ्यूल, ग्रीन हाइड्रोजन सहित ग्रीन केमिकल्स के क्षेत्र में सहयोगी परियोजनाएं शुरू कर सकता है। हरित अमोनिया आदि, हरित उर्वरक, जैव-ईंधन, डीकार्बोनाइजेशन, अपशिष्ट प्रबंधन, पानी, राख आदि स्वच्छ ऊर्जा संक्रमण की ओर ले जाते हैं। एमओए पर आज एनटीपीसी लिमिटेड के निदेशक (परियोजनाएं) यू के भट्टाचार्य और ईआईएल के निदेशक (वाणिज्यिक) अतुल गुप्ता ने एनटीपीसी के निदेशक (वित्त) जयकुमार श्रीनिवासन, निदेशक (तकनीकी) राजीव अग्रवाल की उपस्थिति में हस्ताक्षर किए।), ईआईएल और एनटीपीसी और ईआईएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी। एनटीपीसी लिमिटेड भारत की सबसे बड़ी एकीकृत बिजली उपयोगिता है, जो देश की बिजली आवश्यकता का 1ध्4 योगदान करती है। 73 गीगावॉट से अधिक की स्थापित क्षमता और थर्मल, हाइड्रो, सौर और पवन ऊर्जा संयंत्रों के विविध पोर्टफोलियो के साथ, एनटीपीसी देश को विश्वसनीय, सस्ती और टिकाऊ बिजली प्रदान करने के लिए समर्पित है। कंपनी सर्वोत्तम प्रथाओं को अपनाने, नवाचार को बढ़ावा देने और हरित भविष्य के लिए स्वच्छ ऊर्जा प्रौद्योगिकियों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है। एनटीपीसी समूह की वर्ष 2032 तक 60 गीगावॉट आरई क्षमता की योजना है और यह डीकार्बोनाइजेशन की दिशा में हाइड्रोजन मिश्रण, कार्बन कैप्चर और ईंधन सेल बसें जैसी कई पहल कर रहा है।

 

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